Thursday 5 January 2017

मेवाड़ इंस्टीट्यूट में गुरु गोविन्द सिंह जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई

महापुरुषों के आदर्श अपनाये बिना देश नहीं बनेगा महान- डॉ. गदिया
विद्यार्थियों ने शबद-कीर्तन, कविताओं व सम्भाषण के जरिये गुरु गोविन्द सिंह को किया याद

 मात्र जयंतियां मना लेने भर से देश महान नहीं बनने वाला, जयंतियों से लोग जागरूक हों, सकारात्मक सोच के साथ महापुरुषों के आदर्शों को अपनाकर आगे बढ़ें, देश तब महान बनेगा। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने विवेकानंद सभागार में आयोजित 350वें गुरु गोविन्द सिंह जयंती समारोह में ये विचार व्यक्त किए। 
विद्यार्थियों व मेवाड़ स्टाफ से खचाखच भरे विवेकानंद सभागार में उन्होंने कहा कि विश्व के इतिहास में गुरु गोविन्द सिंह जैसा महान बलिदानी पैदा नहीं हुआ। देश के लिए उन्होंने अपने पिता व बच्चों का बलिदान तक कर दिया। वह अन्याय के प्रति संघर्ष करते रहे मगर अपनी कौम की आन, बान और शान को नहीं छोड़ा। वह परिवार बलिदान हो जाने के बावजूद टूटा नहीं, बल्कि दुश्मनों का डटकर मुकाबला किया। उनका संघर्ष किसी एक समुदाय विशेष के साथ नहीं बल्कि अत्याचारियों के खिलाफ था। डॉ. गदिया ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह समाज प्रवर्तक थे। सभी जातियों को एक सूत्र में पिरोकर उन्होंने खालसा पंथ बनाया। उनका मानना था कि हर परिवार का एक सदस्य सिक्ख जरूर बने। लेकिन उनकी यह परम्परा आगे तक न चल सकी। अगर उनकी सोच को हम लोग बल देते तो देश का नक्शा आज विश्व में अनूठा होता। 
समारोह में निकिता, निरूपमा, हरमीत कौर, सौम्या, शिवानी आदि विद्यार्थियों ने शबद-कीर्तन, कविताएं व गटका मार्शल आर्ट के जरिये गुरु गोविन्द सिंह के आदर्शों व जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल, विधि विभाग के महानिदेशक भारत भूषण भी मौजूद थे। समारोह का सफल संचालन शिवानी अरोड़ा ने किया। 

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