वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में पूर्व
राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन जयंती पर आयोजित शिक्षक दिवस ‘विचार दिवस’ के रूप में मनाया गया। सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को तिलक लगाकर
उनका अभिनंदन किया गया। विद्यार्थियों ने उन्हें फूल भेंट किये। इस मौके पर मेवाड़
इंस्टीट्यूशंस की निदेशक डॉ. अलका अग्रवाल ने
कहा कि अच्छा शिक्षक बनने के लिए विद्यार्थियों को अपने साथ जोड़ो। उनमें
पढ़ाई की ललक पैदा करने के लिए स्वयं ऊर्जावान बनो। दिल व दिमाग में संतुलन बनाओ और
पूरी तरह से पढ़ाने के काम को ईमानदारी से करो।
उन्होंने अनेक प्रसंगों के अलावा रोचक तरीके से अपनी बात को सभी के सामने
प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि हमारे होने का अर्थ हम सबमें है। भगवान ने हमें यह
एक अनोखा गुण दिया है। जरूरत है इसे देखने व परखने की। जिसने देख-परख लिया और जीवन
में उतार लिया तो भविष्य में आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिलेंगे। हमें समाज के उस
वंचित समाज के तबके को शिक्षित कर देश की मुख्यधारा से जोड़ना है, जिसके लिए कोई गंभीर रूप से चिंतित नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि हमारे मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में 75 प्रतिशत बच्चा उसी वंचित समाज का शिक्षा ग्रहण
कर रहा है। इससे पूर्व शिक्षण स्टाफ ने शिक्षक दिवस पर अपने सारगर्भित विचार
व्यक्त किये। सभ्ज्ञी ने शिक्षा को ईमानदारी के साथ बच्चों को देने का संकल्प
लिया। कक्षाओं में भी आज विद्यार्थियों ने शिक्षकों की भूमिका निभाई। शिक्षण कार्य
उन्होंने किया। शिक्षकों के सम्मान में अपने अनेक महत्वपूर्ण उद्गार व्यक्त किये।
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