Thursday 17 March 2016

मेवाड़ अभिव्यक्ति:प्रतियोगिताओं में 1000 बच्चों ने दिखाया हुनर

मेवाड़ अभिव्यक्ति:2016
हुनरमंद बच्चों को अपने देश में मिले एक मौका- डॉ. गदिया

‘मेवाड़ अभिव्यक्ति-2016’ नाम से वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंन्स में चल रहे वार्षिक महोत्सव के तीसरे दिन करीब एक हजार बच्चों ने दर्जन भर प्रतियोगिताओं में अपना हुनर दिखाकर सबका मन मोह लिया। रंगोली, अंत्याक्षरी, मेहंदी, क्विज, परिधान सज्जा, फूल सज्जा, पोस्टर मेकिंग, एड-मेड, आरजे हंट के अलावा कुकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गईं। 
सभी प्रतियोगिताओं को देखने के बाद छात्रों के हुनर से अभिभूत मेवाड़ ग्रुप ऑफ इं

स्टीट्यूशंन्स के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि भारतीय बच्चों में हुनर की कोई कमी नहीं है, बस उसे पहचानने की जरूरत है। बच्चों को कॉलेज में ही पहचान मिलने का मौका मिले तो वे देश के बहुत काम आ सकते हैं। बस जरूरत है हुनरमंद बच्चों को अपने देश में ही एक मौका देने की। मौका मिलते ही वे विदेश की ओर दौड़ नहीं लगाएंगे।
मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंन्स की डायरेक्टर डॉ. अलका अग्रवाल ने कहा कि मेवाड़ इंस्टीट्यूट में हर साल इस तरह की विभिन्न प्रतियोगिताएं व सांस्कृतिक गतिविधियों को आयोजित करने का मकसद हुनरमंद बच्चों को एक प्लेटफॉर्म देना है। इसके जरिये उनके इंस्टीट्यूट के बच्चे अपने करियर में विकास के नए अध्याय जोड़ रहे हैं। वर्ल्ड वैश्य फाउंडेशन की अध्यक्ष प्रीति गोयल व रेडिया आरजे नीरजा चतुर्वेदी बतौर जज के रूप में प्रतियोगिताओं का सशक्त हिस्सा बने। उन्होंने भी बच्चों में हुनर देखकर खुशी जाहिर की और उनके सफल जीवन की मंगल कामना की।
21 मार्च को सुबह बजे महोत्सव का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ होगा।  

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