Thursday 26 November 2015

मेवाड़ में संविधान दिवस समारोहपूर्वक आयोजित

मॉक पार्लियामेंट में ज्वलंत विषयों पर विद्यार्थियों ने की चर्चा
‘सफल वकील बनने के बाद करना गरीब वादकारियों की मदद’
 वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के दयानंद सभागार में आयोजित संविधान दिवस समारोह में मॉक पार्लियामेंट प्रस्तुत कर विद्यार्थियों ने सबको हैरत में डाल दिया। ज्वलंत विषयों जैसे असहिष्णुता, महिला सशक्तिकरण बिल, दहेज एक्ट, धारा 370 आदि पर तकरीरें पेश कर उन्होंने साबित कर दिखाया कि वे भी देश व समाज के प्रति जागरूक हैं और हर विषय पर संजीदा भी। मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित समारोह में सुप्रीम कोर्ट की प्रख्यात अधिवक्ता रेखा अग्रवाल विद्यार्थियों के प्रस्तुतिकरण से अभिभूत हुईं और उन्होंने विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम कर श्रेष्ठ वकील बनने की नसीहत दी। 
अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि हम महिलाओं के अधिकारों की बात तो करते हैं लेकिन यह भूल जाते हैं कि हमारे घर में पिता, पति और बेटा भी रहते हैं। उनके अधिकारों की बात कौन करेगा। हमें समाज में बराबरी के हक पर चर्चा करनी चाहिये। उन्होंने अफसोस जाहिर किया कि ट्रायल के नाम पर मीडिया जज की भूमिका निभा रहा है, इससे सही न्याय मिलने में दिक्कतें आने लगी हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी मन लगाकर कठिन परिश्रम करें। आगे बढ़ें। भगवान आपके साथ है। सफलता जरूर मिलेगी। मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस बच्चों को करोड़पति व अरबपति बनने के लिए वकील नहीं बना रहा, बल्कि बच्चे वकील बनकर गरीब तबके के लोगों को न्याय दिलाएं, मेवाड़ का यही एक मिशन और विजन है। देश में आज भी लोगों को सुरक्षा व न्याय देना सबसे बड़ी चुनौती है। अदालतों में लाखों रुपये देकर न्याय हासिल किये जा रहे हैं, ऐसे में किसी गरीब को कैसे न्याय मिल सकता है। उसके पास तो वकील की फीस देने तक को पैसे नहीं होते। देश की अदालतों में आज दो करोड़ से अधिक मुकदमे लंबित पड़े हैं। लोगों को न्याय मिलने की आस टूट रही है। जजों के पास मुकदमों को सुनने व उनपर फैसला करने का लोड दिन प्रतिदिन बढ़ने लगा है। ऐसे में देश को सही दिशा देना व उसका विकास करने की सोचना बहुत बड़ी चुनौती है। 
समारोह में कानून की पढ़ाई कर रहे वकार, साशा जैन, सतेन्द्र, राहुल सहगल, कार्णिका, प्रभाष व कनिष्क ने विभिन्न विषयों पर सम्भाषण देकर सबका मन मोहा। चेयरमैन डॉ. गदिया ने मुख्य अतिथि रेखा अग्रवाल को स्मृति चिह्न व शॉल भेंटकर सम्मानित किया। अंत में इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थी समय-समय पर मुफ्त कानूनी शिविर का आयोजन करते हैं। तिहाड़ जेल में बराबर शिविर लगाकर कैदियों को न्याय दिलाने की मुहिम चलायी जा रही है। संचालन हिना शर्मा ने किया। इस अवसर पर मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट के महानिदेशक भारत भूषण समेत लॉ इंस्टीट्यूट का शिक्षण स्टाफ व विद्यार्थी मौजूद थे। 

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