Thursday, 15 October 2015

मेवाड़ में शैक्षिक पुनर्निर्माण पर दो दिवसीय सेमिनार आयोजित

एनसीएफ-2005 के शैक्षिक पुनर्निर्माण पर दो दिवसीय सेमिनार आयोजित
15 विषय वस्तुओं पर पढ़े गए 45 शोध पत्र
शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को मिले प्रमाण पत्र
 ‘राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ 2005) द्वारा शैक्षिक पुनर्निर्माण’ विषय पर वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सभागार में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार में 15 विषय वस्तुओं पर विद्यार्थियों ने कुल 45 शोध पत्र पढ़े। इनमें उन्होंने एनसीएफ को स्कूल-कॉलेजों में ठीक से अमल में लाने का सुझाव दिया। सेमिनार मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस के शिक्षा संकाय की ओर से आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि एनसीईआरटी में आईसीटी व प्रशिक्षण

विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अमरेन्द्र प्रसाद बेहरा ने बी.एड. व बीटीसी के विद्यार्थियों को एनसीएफ-2005 का निर्माण एवं उसकी मूलभावना के बारे में विस्तार से बताया। मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने एनसीएफ-2005 के उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिए शिक्षकों को ऐसी ऑनरशिप का सिद्धांत अपनाने की सलाह दी, जो विद्यार्थियों को मानसिक रूप से अपनाने एवं उसको सिखाने के लिए कुछ भी करने को कटिबद्ध हो। 
मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। सेमिनार के आयोजन में शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष प्रमोद कुमार मदेसिया, सुपरवाइजर डॉ. तान्या गुप्ता, संयोजिका हिमानी रायजादा आदि शिक्षण स्टाफ ने सहयोग किया।  

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