Thursday, 1 October 2015

मेवाड़ विश्वविद्यालय में पंकज दुबे की किताब "इश्कियापा " का विमोचन

 बच्चों में अच्छें साहित्य को पढने की रूचि विकसित करें:  श्री प्रसन्न कुमार खमेसरा,पुलिस अधीक्षक
पंकज दुबे की किताब "इश्कियापा  " का  विमोचन
बच्चों में अच्छें साहित्य की किताब पढने की रूचि विकसित करनी चाहिये । अच्छे साहित्य व्यक्ति के भविष्य को सही दिशा  प्रदान करता है  यह विचार मेवाड़ विश्वविद्यालय में पंकज दुबे की किताब "इश्कियापा  "  के विमोचन के अवसर पर जिला  पुलिस अधीक्षक श्री प्रसन्न कुमार खमेसरा  ने मुख्य अतिथि के रुप में व्यक्त किये  । बच्चों को  अपनी पढाई के अलावा व्यक्ति के  संर्वागीण विकास की तरफ ध्यान देना चाहिये ।
 इश्कियापा किताब के युवा लेखक पंकज दुबे ने बताया कि किताब में लेखन का इस तरह से प्रयोग किया गया है ताकि पढने वाला किताब से जुड़ सकें ।  श्री दुबे ने कहॉं कि विदेश  मे हैरीपोर्टर किताब पढने के लिय  लोग दुकान पर लम्बी लाईन लगाकर पतीक्षा करते है  हम भी  भारत में इस तरह के साहित्य का प्रकाशन करें ताकि यहा  के लोगों में पढने की रुचि पैदा हो उन्होने  बच्चों को ईमानदारी से कार्य करने की सलाह दी , ईमानदारी से ही  अच्छे  भविष्य का निर्माण किया जा सकता है ।  उन्होंने कहा कि अपनी सफलता से ज्यादा अपनी असफलता को पहले बताना चाहिये । अपने आप पर हॅसने की कला विकसित करना चाहिये ।

समारोह के दौरान बच्चों ने  उत्सुकता से सवाल जवाब मे हिस्सा लिया  मुख्य अतिथि का स्वागत श्री आर के गदिया जी द्वारा किया गया ।  समारोह का संचालन एवं आभार श्री एच विधानी द्वारा किया गया ।  समारोह में पुलिस उप अधीक्षक श्री सिद्वान्त शर्मा   , सी आई गंगरार श्री विजय शकर शर्मा मेंनेजमेन्ट प्रतिनिधि  श्री सुनिल  गदिया, डीन श्री आर के पालीवान, डीप्टी डीन, श्री डी के शर्मा  आदि उपस्थित थें । 

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.