Wednesday 28 October 2015

मेवाड़ में विजीलेंस अवेयरनेस वीक के तहत वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित

‘भ्रष्टाचार मिटाने के लिए नौजवानों को लेना होगा संकल्प’
- प्रतियोगी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दमदारी से बोले
- कड़े कानून बनाने से खत्म नहीं होगा भ्रष्टाचार- डॉ. गदिया
 भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए हमें अपने नैतिक मूल्यों को और मजबूत करना होगा। समाज को इस ओर सख्त कदम उठाने होंगे। नौजवानों को खुद में अनुशासन पैदा कर दृढ़ संकल्पित होना होगा। भ्रष्टाचार मुद्दे पर आयोजित वाद विवाद प्रतियोगिता में विजेता रहे विद्यार्थियों ने ये दमदार सुझाव प्रस्तुत कर सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। सेन्ट्रल विजीलेंस कमीशन भारत सरकार के विजीलेंस अवेयरनेस वीक के तहत मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट व भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड ने संयुक्त रूप से वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया।
मेवाड़ ऑडिटोरियम में आयोजित वाद विवाद प्रतियोगिता में कुल 18 प्रतियोगी विद्यार्थियों ने भाग लिया। ‘नैतिक मूल्यों का पतन ही भ्रष्टाचार का एक मात्र कारण है’ विषय पर पक्ष और विपक्ष में श्रेष्ठ विचार व्यक्त करने पर एचएसएस विभाग की छात्रा आरजू ने प्रथम, उज्ज्वल ने द्वितीय व एलएलबी के छात्र सतेन्द्र कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जबकि ‘भ्रष्टाचार एक नैतिक मुद्दा है या कानूनी मुद्दा है’ विषय पर पल्लवी प्रथम, रचित द्वितीय और राहुल तृतीय घोषित किए गए। सभी विजेताओं को ट्रॉफी और बाकी प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न देकर पुरस्कृत किया गया। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने इस मौके पर कहा कि अगर हमारे देश के कानून कड़े हों तो भ्रष्टाचार नहीं रुक सकता। इसके लिए हमारे पास संसाधनों की भी कमी नहीं होनी चाहिए। अगर भरपूर संसाधनों के अलावा हमारे कानून कड़ाई से लागू होंगे तो भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संसाधन मुहैया कराना सरकार का काम नहीं है, इसके लिए हर नागरिक को आगे आना होगा। भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के टेरेटरी मैनेजर अतुल कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि हर आम नागरिक विजीलेंस ऑफीसर है। हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हम भ्रष्टाचार कम करें। जहां कहीं भी भ्रष्टाचार हो रहा है उसमें सहयोग न करें। अंत में मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया और विजेता विद्यार्थियों को बधाई दी। जज की भूमिका प्रोफेसर एसबी मुखर्जी ने निभाई। संचालन प्रीति भाटिया ने किया। सभी अतिथियों को मेवाड़ की ओर से स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर भारत पेट्रोलियम कंपनी के सेल्स मैनेजर हर्ष मार्तण्ड, कमला गैस सर्विस के प्रबंध निदेशक अरविन्द मोहन शर्मा, मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट के महानिदेशक भारत भूषण आदि मौजूद थे। 

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