मेवाड़ में मची देशभक्ति गीतों व नृत्यों की धूम
‘सारे जहां से अच्छा, हिन्दुस्तां हमारा’ थीम को लेकर वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूषंस ऑडिटोरियम में 67वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। नाटक, सम्भाषण, कविताओं व देशभक्ति गीतों पर नृत्य प्रस्तुति के जरिये अपने गणतंत्र को कृतज्ञ भाव से याद किया गया।

गणतंत्र दिवस की सुबह मेवाड़ इंस्टीट्यूषंस के चेयरमैन डॉ. अषोक कुमार गदिया ने इंस्टीट्यूशंस परिसर में तिरंगा फहराया। मेवाड़ परिवार ने राष्ट्रगान गाकर अपनी भावांजलि देश को समर्पित की। मेवाड़ ऑडिटोरियम में चेयरमैन डॉ. गदिया ने कहा कि पिछले 67 वर्षों में हमारे देश ने खूब तरक्की की है। दो-तीन बड़े देशों को छोड़कर हमारी किसी और देष से तुलना नहीं होती। हम अतुलनीय हैं। हमारा देश वंदनीय है। 130 करोड़ की आबादी, विभिन्न संस्कृति, विभिन्न बोलियां, अलग रहन-सहन, खान-पान होने के बावजूद हमारा देश एक है। और यह हमारे मजबूत गणतंत्र की अमर पहचान है। इससे पूर्व बीएड विभाग के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना से समारोह की विधिवत शुरुआत की। छात्र शानू ने अपने सम्भाषण में गणतंत्र के महत्व पर प्रकाश डाला। रिंकू एंड ग्रुप ने एकल नृत्य, नंदिता एंड ग्रुप, तेजस्वी ग्रुप व शिवानी एंड ग्रुप ने समूह नृत्य, के जरिये देशभक्ति के वातावरण को नई ऊर्जा दी। चंदन व ज्योति के एकल देशभक्ति गान ने चार चांद लगा दिये। समारोह की सबसे आकर्षक प्रस्तुति थी ‘अर्थहीन’ नाटक का मंचन। इसके जरिये सामाजिक व्यवस्था पर करारा व्यंग्य कसा गया। जिसे देखकर लोग भाव विभोर हो उठे। अंत में मेवाड़ इंस्टीट्यूषंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि मेवाड़ देश भक्ति के कार्यक्रमों के जरिये पूरे एनसीआर में धूम मचाये हुए है। इस मौके पर मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट के महानिदेषक भारत भूषण समेत पूरा मेवाड़ परिवार मौजूद था। संचालन शिक्षा विभाग की छात्राओं अंजलि वर्गिला व रेशू ने किया।
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